8 मार्च 2013

प्रणाम


सुबह चार बजे से रात्री दस बजे तक ....
तुम्हारे अथक परिश्रम को प्रणाम 

12 टिप्‍पणियां:

  1. कभी-कभी तो बारह भी बज जाते हैं ! :):)
    धन्यवाद !

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  2. नारी का श्रम सचमुच वंदनीय है.

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  3. naman hae is shakti ko,lanat bhi hae us purush warg ko jo unke mahatve ko samajhta nahin.

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बक बक को समय देने के लिए आभार.
मार्गदर्शन और उत्साह बनाने के लिए टिप्पणी बॉक्स हाज़िर है.